‘आधुनिक मुकरियाँ’ आज की मुकरियों का संकलन है। मुकरी का आधार छेकापहुनती अलंकार है। जिसका अर्थ है दूसरे व्यक्ति के ठीक अनुमान या अटकल का यथार्थ युक्ति से खंडन कर देना। मूलतः मुकरी दो अंतरंग सहेलियों के बीच का वार्तालाप है लेकिन आज कल अंतरंग सखाओं के बीच होने वाले वार्तालाप को भी इस विधा में स्थान दिया जाने लगा है जो वास्तव में मुकरी के लेखन को विस्तृत क्षेत्र प्रदान कर रहा है।
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