पं. रत्नेश उपाध्याय सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय विचारक हैं जो अपनी लेखनी द्वारा जन मानस को सन्मार्ग के लिए उद्बोधित करते हैं। ये बिहार प्रान्त के गोपालगंज मंडलान्तरगत भुसाँव ग्राम के प्रतिष्ठित ब्राह्मण परिवार में उत्पन्न हुए। ये शिक्षा और शिक्षण में सुरुचिपूर्ण योगदान के लिए जाने जाते हैं। पूर्व में इनके दो कविता संग्रह ‘पद्य प्रसून’ और ‘रसात्मिका’ प्रकाशित हो चुके हैं।
Reviews
There are no reviews yet.