डॉ. मंजु लता श्रीवास्तव प्रणीत नवगीत संग्रह पत्थर के शहर में में सिर्फ त्रासद स्थितियों का ही चित्रण नहीं है बल्कि ऊर्जा और उल्लास की अनुगूँज भी सुनाई देती है। गीतों में अति बौद्धिकता का उबाऊपन भी नहीं है। यदि एक ओर इनके नवगीतों में यथार्थ का आग्रह है तो दूसरी ओर यथार्थ के धरातल पर कोमल भावों का स्फुरण भी। इनके गीतों में ‘सत्य’ सुघड़ता और सौंदर्य का परिधान धारण किये है।
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पत्थर के शहर में (Patthar Ke Shahar Mein / Dr. Manju Lata Shrivastava)
₹249.00
Author | डॉ. मंजु लता श्रीवास्तव |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-93-95432-52-8 |
Language | Hindi |
Pages | 128 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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