इस संग्रह में राकेश रमण जी के वे व्यंग्य संकलित हैं जिनके द्वारा उन्होंने समाज की विद्रूपताओं को प्रखरता एवम् मीठे परन्तु असरदार प्रहार के साथ प्रस्तुत किया है।
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Author | Rakesh Raman |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-93-90135-86-8 |
Language | Hindi |
Pages | 452 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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