केवल भारत या हिन्दी नहीं बल्कि विश्व के इतिहास और साहित्य में बुद्ध को हज़ारों तरीके से लिखा और पढ़ा गया। साहित्यकार रांगेय राघव ने, लेकिन, बुद्ध के बुद्धत्व और जीवन को बिलकुल ही अलग नज़रिए से देखा और लिखा है। ‘यशोधरा जीत गई’ उपन्यास में उन्होंने बुद्ध के व्यक्तित्व निर्माण में यशोधरा के करुण-कोमल व्यवहार की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उनके ऐतिहासिक चरित्र को व्याख्यायित किया है।
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Author | Rangey Raghav |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-81-962317-3-6 |
Language | Hindi |
Pages | 140 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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