‘तज कर चुप्पी हल्ला बोल’ रवि खण्डेलवाल जी का पहला ग़ज़ल संग्रह है। वे अपनी ठसक और लचक दोनों के साथ इस संग्रह में पाठकों के सामने हैं। उनकी ग़ज़लों में सुखद बदलाव की इच्छा तो है ही उसके लिए प्रेरित करना का माद्दा भी है।
‘तज कर चुप्पी हल्ला बोल’ रवि खण्डेलवाल जी का पहला ग़ज़ल संग्रह है। वे अपनी ठसक और लचक दोनों के साथ इस संग्रह में पाठकों के सामने हैं। उनकी ग़ज़लों में सुखद बदलाव की इच्छा तो है ही उसके लिए प्रेरित करना का माद्दा भी है।
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