‘परमवीर रणबाँकुरे’ में भारतीय सैन्य इतिहास में उल्लिखित 21 ‘परमवीरों’ के अभूतपूर्व रणकौशल, अदम्य साहस, शौर्य, धैर्य एवं अप्रतिम वीरता की वास्तविक घटनाओं का वर्णन है। इस कृति को लिखने एवं प्रकाशित कराने का मेरा उद्देश्य भारत की भावी पीढ़ी को अपने देश के इन जाँबाजों के बारे में परिचित कराना है, जिन्होंने अपने देश की रक्षा हेतु अपने प्राणों को न्यौछावर करने में कसर नहीं छोड़ी। आज युवा पीढ़ी को देश और देश के बलिदानी योद्धाओं के बारे में जानने, पढ़ने और उनका अनुकरण करने की महती आवश्यकता है।
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