‘पंचवेलि’ रमकान्त सिंह ‘शेष’ की पाँच विधाओं की रचनाओं का संग्रह है। कुण्डलिया, मुक्तक, गीत, दोहा और शेर के माध्यम से उन्होंने वर्तमान समय की विद्रूपताओं और विसंगतियों पर व्यंग्यात्मक प्रहार किया है। समय का नब्ज टटोलतीं ये रचनाओं में उद्देश्य और उत्थान दोनों की समझ विकसित करने वाली हैं।
Reviews
There are no reviews yet.