‘महुआ घटवारिन’ अंगक्षेत्र की पौराणिक लोकगाथाओं में से एक प्रचलित लोकगाथा है, जिसकी कहानी लेखक ने अपने पिता से सुनी थी। कहानी की और गहराई तक जाने के लिए लेखक ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ गंगा, कोशी, कजरी नदी आदि के बसे गाँव यथा- अररिया, पूर्णिया, किशनगंज, कटिहार, मोरंग (नेपाल) आदि जिलों का भ्रमण कर अनुसंधान किया। दन्तकथाओं में भिन्नताएँ थीं किन्तु कहानी का मूल एवं अन्त एक ही समान था। कहानी रोचक लगी तो उसे लेखक ने अपने अनुसार (बिना तथ्यों को छेड़छाड़) कलमबद्ध किया।
Author | Sheetanshu Arun |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-81-969433-0-1 |
Language | Hindi |
Pages | 120 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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