‘लहरों का कोई घर नहीं होता’ हाइकु, चोका एवं हाइबन इन तीन जापानी विधाओं की रचनाओं का संकलन है। कुल सत्रह शीर्षकों-वैरागी मन, प्रभाती राग, पंच महाभूत, जीवन दर्शन, हम-तुम, यादें, साँझ, बुजुर्ग, सावन, किसान, ग्रामीण जीवन, मन, करोना, होली, शाश्वत सत्य, रिश्ते, स्त्री मन-के अंतर्गत कुल 327 हाइकु तत्पश्चात 5 चोका एवं 21 हाइबन संगृहीत हैं। रचनाकार के जीवनानुभवों, प्रकृति अनुराग, पर्यावरणीय चेतना, जीवन दर्शन, सामाजिक सरोकारों, वैयक्तिक कहीं गाढ़ी तो कहीं सतही अनुभूतियों प्रभृति को लेकर गढ़ी-बुनी रचनाओं का यह संग्रह पाठक वर्ग के सकारात्मक प्रतिभाव प्राप्त करने में जरूर सफल होगा।
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लहरों का कोई घर नहीं होता (Ka Koi Ghar Nahi Hota / Satya Sharma ‘Kirti’)
Original price was: ₹299.00.₹249.00Current price is: ₹249.00.
Author | Satya Sharma 'Kirti' |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-81-981491-2-1 |
Language | Hindi |
Pages | 136 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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