श्री रवींद्र कुमार शर्मा की प्रस्तुत काव्य “कुसुमाञ्जली” कृति उस पुष्प गुच्छ की तरह है जिसमें विभिन्न वर्णों के सुगंधित फूल होते हैं। शर्मा जी की कविताएं विभिन्न विषयों पर लिखी गई हैं जिनमें मातृपितृ भक्ति, ग्राम्य जीवन, समानता, वैमनस्य का त्याग, प्रकृति से छेड़छाड़, नशावृति के दुष्परिणाम, गरीब व मेहनतकश की दयनीय स्थिति, धार्मिक विद्वेष के दुष्परिणाम आदि सम्मिलित हैं।
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