समकालीन हिन्दी ग़ज़ल को नया तेवर, नयी भाव-भंगिमा और नया जीवनबोध देने वालों में एक महत्त्वपूर्ण नाम डॉ. भावना का भी है। डॉ. भावना इस विधा के व्याकरण की ज्ञाता हैं और अत्यंत जागरूक पाठिका भी। अपने समय के हर चर्चित ग़ज़लगो को इन्होंने जाना और पहचाना है। उनकी ग़ज़लों की संवेदना और संरचना पर सटीक टिप्पणियाँ की हैं। इन टिप्पणियों में इनका गहरा आलोचकीय विवेक झलकता है। यह विवेक साधना द्वारा अर्जित है और चिन्तन द्वारा दीप्त। कारयित्री और भावयित्री प्रतिभा से समृद्ध डॉ. भावना की ये टिप्पणियाँ, ये संतुलित प्रतिक्रियाएँ ग़ज़ल के पाठकों का दृष्टि-विस्तार करेंगी और उनकी समझ को विकसित करने में सहायिका होंगी। डॉ. भावना अपने अन्दाज-ए-बयाँ के कारण अभिभूत करती हैं, ग़ज़लों में भी और उनके विवेचन-मूल्यांकन में भी।
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Author | डॉ, भावना |
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Format | Hardcover |
ISBN | 978-93-95432-83-2 |
Language | Hindi |
Pages | 148 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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