गोधूलि’ लघुकथा के पितामह सतीशराज पुस्करणा जी को समर्पित यादों का गुलदस्ता है जिसमें उनकी लॉकडाउन के समय लिखी गयी अंतिम 33 लघुकथाएँ, उनके ऊपर लिखे गये संस्मरण एवं कुछ लघुकथाओं की समीक्षाएँ संकलित हैं।
गोधूलि’ लघुकथा के पितामह सतीशराज पुस्करणा जी को समर्पित यादों का गुलदस्ता है जिसमें उनकी लॉकडाउन के समय लिखी गयी अंतिम 33 लघुकथाएँ, उनके ऊपर लिखे गये संस्मरण एवं कुछ लघुकथाओं की समीक्षाएँ संकलित हैं।
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