‘फुहार’ रमाकान्त सिंह ‘शेष’ के ग़ज़लों का संग्रह है। इनकी ग़ज़लों में जहाँ प्रेम के विविध रंग हैं वहीं जीवन और समाज में व्याप्त विसंगतियों पर गहरा प्रहार भी है। बोलचाल की भाषा में लिखी गयीं ये ग़ज़लें सीधे मन तक पहुँचती हैं।
‘फुहार’ रमाकान्त सिंह ‘शेष’ के ग़ज़लों का संग्रह है। इनकी ग़ज़लों में जहाँ प्रेम के विविध रंग हैं वहीं जीवन और समाज में व्याप्त विसंगतियों पर गहरा प्रहार भी है। बोलचाल की भाषा में लिखी गयीं ये ग़ज़लें सीधे मन तक पहुँचती हैं।
Reviews
There are no reviews yet.