‘दो चाकों के बीच’ रेखा भारती मिश्रा का पहला कहानी संग्रह है, जिसमें पंद्रह कहानियाँ संकलित हैं। ये कहानियाँ पितृसत्तात्मक समाज के अनेक अवगुंठनों, जटिलताओं और हर हाल में अपनी नियति को सिर झुकाकर माननेवाली स्त्रियों को केंद्र में रखकर लिखी गई हैं जो अंत में अपनी राह तलाशती हैं। इस लिहाज़ से ये कहानियाँ चौंकाती नहीं हैं, पर इनके अंदर जो ताप है, वह महसूस होता है।
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दो चाकों के बीच (Do Chakon Ke Beech / Rekha Mishra Bharti)
Rated 5.00 out of 5 based on 2 customer ratings
₹249.00
Author | Rekha Bharti Mishra |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-81-979684-5-7 |
Language | Hindi |
Pages | 120 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
2 reviews for दो चाकों के बीच (Do Chakon Ke Beech / Rekha Mishra Bharti)
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