डॉ. सीरोठिया का ये सोरठा सतसई सोरठा छंद को पुनर्जीवन प्रदान करने वाला है। डॉ. सीरोठिया की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि उन्हें पता है कि किन विशेषताओं के साथ कोई छन्द दोहे के स्वभाव से इतर सोरठे के स्वभाव में प्रस्तुत हो सकता है। सटीक अभिव्यक्ति और कसे हुए शिल्प के साथ उनका यह संग्रह ‘चिंतन के आयाम’ सांस्कृतिक और सामाजिक चिता की ओर अग्रसर हमारे परिवेश को चिंतन का मूल मंत्र प्रदान करने वाला है।
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