बिहान के बात करऽ (Bihan Ke Baat Kar / Harinarayan Singh ‘Hari’)

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‘बिहान के बात करऽ’ कवि हरिनारायण सिंह ‘हरि’ के विलक्षण बज्जिका काव्य-संकलन हय। ‘चिंता’ से उद्भूत आ ‘आनंद’ में पर्यवसित इ काव्य-संकलन पाँच खंड में विन्यस्त हय :
१. गीत खंड
२. गजल/गीतिका खंड
३. कविता खंड (छंदयुक्त/छंदमुक्त)
४. दोहा खंड, आ
५. बालकविता खंड।

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