भारतीय संसद विश्व में लोकतंत्र का श्रेष्ठतम प्रतीक है। इसका इतिहास अपने आप में समय की शिला पर उकेरी गई शक्तिशाली लोकतंत्र की गाथा है। इस गाथा को डॉ. विनोद कुमार यादव ने ‘भारतीय संसद-काउंसिल हाउस से सेंट्रल विस्टा तक के इतिहास’ में बहुत खूबसूरती से प्रस्तुत किया है। डॉ. विनोद कुमार इतिहास के अध्येता एवं शोधकर्ता हैं। उन्होंने अपनी उत्कृष्ट लेखनी के द्वारा अपने शोध को इस पुस्तक के रूप में देश के सम्मुख प्रस्तुत कर इस विषय-क्षेत्र में शोधार्थियों के लिए एक प्रकाश-स्तंभ का कार्य किया है। यह पुस्तक न केवल इतिहास, राजनीतिक विज्ञान के विद्यार्थियों व शोधार्थियों के लिए उपयोगी होगी, बल्कि विश्व के लोकतंत्र के प्रचार-प्रसार में अपना योगदान देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को लोकतंत्र की ताकत से परिचित करने में महती भूमिका अदा करेगी।
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Author | Dr. Vinod Kumar Yadav |
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Format | Hardcover |
ISBN | 978-81-19231-79-9 |
Language | Hindi |
Pages | 188 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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