‘भाभी का गहना’ अनिरुद्ध प्रसाद विमल का तीसरा कहानी-संग्रह है। विमल जी की कहानियों में इनका जीवनबोध ही मुख्य रूप से अभिव्यक्त हुआ है। इन्होंने गाँव को सिर्फ देखा ही नहीं, भोगा भी है। भोगे हुए सत्य की अभिव्यक्ति के कारण इनकी कहानियाँ सीधे हृदय को स्पर्श करती हैं। इनकी कहानियों में सिर्फ चिंताएँ नहीं, चिंतन भी है। इनमें वह प्रेम और विश्वास का मूल मंत्र है जो समाज को दिशा निर्देशित करता है। अपनी कहानियों में नारी चरित्र को दर्शाने में ये युगद्रष्टा कथाशिल्पी के रूप में स्थापित होते हैं।
Discount 17%
Books
भाभी का गहना / अनिरुद्ध प्रसाद विमल
₹299.00 Original price was: ₹299.00.₹249.00Current price is: ₹249.00.
Author | Aniruddh Prasad Vimal |
---|---|
Format | Paperback |
ISBN | 978-93-49947-66-5 |
Language | Hindi |
Pages | 104 |
Genre | कहानी |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
Be the first to review “भाभी का गहना / अनिरुद्ध प्रसाद विमल” Cancel reply
Related products
स्वातंत्र्योत्तर हिंदी नाट्य काव्य (Swatantryottar Hindi Natya Kavya)
₹299.00Original price was: ₹299.00.₹250.00Current price is: ₹250.00. Add to cartBuy Nowमेंहदी रचे हाथ (Menhadi Rache Hath / Chandragat Bharti)
₹200.00Original price was: ₹200.00.₹150.00Current price is: ₹150.00. Add to cartBuy Now
Reviews
There are no reviews yet.