अपनी लेखनी, अपने अनुभव, अपनी सोच और सर्जनात्मकता के साथ, साथ देने वालों के लिए ‘भाग लें’ का साधु आमंत्रण और साथ नहीं दे पाने के लिए ‘भाग लें’ का खुला विकल्प के साथ ‘भाग लें…!’ लघुकथा संकलन पाठकों के समक्ष है। इसमें बिहार की महिला लघुकथाकारों का लघुकथाओं का संकलन है। इसमें कुछ ऐसे लघुकथाकारों की लघुकथाएँ भी संकलित हैं जो बिहार से बाहर रहकर भी बिहार की संस्था ‘लेख्य-मंजूषा’ से जुड़ी हैं और निरंतर सृजनरत हैं।
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