अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों का जश्न मनाता है। यह दिन पूरे विश्व भर की आधी आबादी की उपलब्धियों को ना सिर्फ सम्मानित करता है बल्कि साल दर साल ये लिंग समानता की लड़ाई को और पुख्ता रूप से स्थापित करता जा रहा है।
अपराजिता श्रृंखला के अंतर्गत हम उन स्त्रियों की कहानियाँ लाते हैं जिन्होंने अपने लिए आवाज़ उठायी, जिन्होंने अपने सपनों के पंखों को परवाज़ दी, जिन्होंने अपने अस्तित्व की गरिमा को महत्व दिया, जिन्होंने समानता और समावेश के अधिकार के लिए संघर्ष किया।
श्वेतवर्णा प्रकाशन हर उस स्त्री के जज़्बे के सामने नतमस्तक है जिसके सामने टूट कर बिखर जाने के कई मौके आए- कभी उसका मन टूटा, कभी विश्वास। जो नहीं टूट सका वो था फिर से उठ खड़े होने का हौसला। इन किताबों के ज़रिये श्वेतवर्णा प्रकाशन सारी अपराजिताओं के संघर्षों और उपलब्धियों को सलाम करता है।
इस अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपराजिता श्रृंखला की 534रु की तीनों किताबें 399रु के ख़ास ऑफ़र मूल्य पर उपलब्ध हैं।
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