‘समकालीन दोहा शतक’ गरिमा सक्सेना द्वारा सम्पादित सौ समकालीन दोहाकारों का संकलन है। शिल्प और कथ्य के निकष पर खरे इन दोहों में नीति और उपदेश से अलग समकालीन समय को अभिव्यक्त करने का प्रयास किया गया है। समाज को साहित्यिक दृष्टि और समाधान प्रस्तुत करने वाला यह दोहा संग्रह दोहा छंद के विकास और विस्तार के नये मार्ग प्रशस्त करने का एक सार्थक प्रयास है।
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