‘काव्यम्’ एक ऐसा रस सागर है जिसमें विभिन्न दिशाओं से आई पद्य की कितनी ही धाराएँ समाहित हैं।
बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, झारखंड से लेकर नेपाल तक के चर्चित एवं नवोदित, युवा एवं वरिष्ठ कवि और शायरों की रचनाएँ इस संकलन में आबद्ध हैं। कविता, ग़ज़ल, कुंडलियाँ, दोहे, मुक्तक आदि विधाओं में पचास काव्य शिल्पियों ने अपनी सृजन शक्ति की बानगी प्रस्तुत की है जो जीवन के विभिन्न परिदृश्यों से
रू-ब-रू कराती हैं। हल्की-फुल्की और संजीदा रचनाओं के खट्टे-मिट्ठे स्वाद से पाठकों को तृप्त करने वाला यह संग्रह निस्संदेह संपादक प्रीति सुमन की मेहनत और पारखी नज़र का आईना है।
-भावना शेखर
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