‘सुगंध भी एक भाषा है’ वरिष्ठ कवयित्री अंजना वर्मा जी का कविता-संग्रह है। अनुभूतियों को महसूस कर उन्हें अभिव्यक्त करने का उनका अपना एक अलहदा तरीका है। वे कहती हैं— “सत्य तक पहुँचने के अनेक रास्तों में कविता का भी एक रास्ता है। परंतु सत्य का साक्षात्कार किये बिना सच्ची कविता का सृजन संभव नहीं।
प्रेम की दुनिया की तरह कविता के संसार में भी जो डूबता है, वह पार पहुँच जाता है- अनबूड़े बूड़े, तरे जे बूड़े सब अंग। इसको रचने, इससे आनंद पाने और इसे आनंद देने योग्य बनाने के लिए इसमें डूबना पड़ेगा। या यह स्वयं इतने प्रबल वेग से बहे कि पूरे वजूद को बहा ले जाय! कविता जब कवि को मुक्त कर देती है तो वह कविता के सीमित शब्द-लोक में नहीं रहता, बल्कि असीम अक्षरलोक प्राप्त कर लेता है। मैं त…
Author | अंजना वर्मा |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-93-49136-47-2 |
Language | Hindi |
Pages | 128 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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