‘प्रश्न अनोखे अभी शेष हैं’ डॉ. प्रेमलता त्रिपाठी के 77 गीतों का संग्रह है। इस संग्रह के गीतों में सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना का समिश्रण है। भाव और विषयों की विविधता इसकी विशेषता है। छंदों का वैविध्य इसे अनुपम बनाता है।
Author | Dr. Premlata Tripathi |
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Format | Hardcover |
ISBN | 978-93-95432-92-4 |
Language | Hindi |
Pages | 112 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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