लघुकथाओं का सबसे सशक्त पक्ष उनका समाज को शिक्षित और जागरूक करने की क्षमता है। इस लघुकथा संकलन का उद्देश्य ही इसका शीर्षक भी है। संग्रह में शामिल लघुकथाएँ हमारे देश की संविधान की भावना के भी अनुरूप हैं, जिसमें हमारे पूर्वजों ने भारत के विकास की बुनियाद वैज्ञानिक सोच और दृष्टिकोण को माना है।
Author | एडिटर : सुरेश सौरभ |
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ISBN | 978-81-968883-9-8 |
Format | Paperback |
Language | Hindi |
Pages | 144 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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