वर्तमान समय में बाल साहित्य का महत्व बड़ी तेजी से बढ़ता जा रहा है। बाल साहित्य बच्चों का मनोरजंन करने के साथ ही उसके चरित्र-निर्माण में सहयोग करता है। ऐसे समय में इसकी बहुत आवश्यकता है। वर्तमान युग में भौतिकवाद व्यक्तिवाद, धन का बढ़ता महत्व, मनोरंजन के स्वस्थ्य साधनों की कमी, धर्म का व्यवसायीकरण आदि के कारण चरित्र निर्माण एक गंभीर समस्या बन गई है। चरित्र का व्यक्ति के साथ ही देश के लिए भी बहुत अधिक महत्व होता है। व्यक्ति का चरित्र राष्ट्र के चरित्र का निर्माता होता है। इस प्रकार बाल साहित्य चरित्र-निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
श्री शुक्ल ने ऐसे ही अनेक विषयों के आधार बनाकर प्रकृति-चित्रण के माध्यम से शिक्षाप्रद जानकारियाँ देने का सफल प्रयास किया है।
Books, Kavita Kosh Prastuti
Parashuram Shukla Ke Baal Kavya Mein Aadarsh Aur Yatharth / Dr. Priyanka Chaudhuri
₹999.00
Author | Dr. Priyanka Chaudhuri |
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Format | Hardcover |
ISBN | 978-81-973380-2-1 |
Language | Hindi |
Pages | 447 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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