जीवन समर इतिहास के आइने में वर्तमान को दिखाने, समझाने और सार्थक बदलाव लाने की उम्मीद में हमारे सामने प्रस्तुत किया गया है। यह सत्ता शक्ति और बेईमान लोगों से मुठभेड़ करते हुए युवाओं की कहानी मात्र नहीं है बल्कि अतीत, वर्तमान और भविष्य की लकीर पर खड़े होकर समय के सन्दर्भ में बनती बिगड़ती परिस्थियों को पहचानती, लताड़ती और प्यार प्रदर्शित करती हुई कथाओं की शृंखला है जो पीड़ामुक्ति का आह्वान करती हुई दिखाई पड़ती है। चारों ओर विसंगतियों और विद्रूपताओं से घिरे इस समय में यह कुतुबनुमा की उस डिबिया के समान है जो जीवन यात्रा को दिशा निर्देशित कर सकती है।
Author | राजेन्द्र राजन |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-93-491364-1-0 |
Language | Hindi |
Pages | 168 |
Genre | उपन्यास |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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