कुँअर उदय सिंह ‘अनुज’ जी देश के जाने-माने साहित्यकार हैं। इनका बाल कविता संग्रह ‘हाथी का रूमाल’ में बालमन की खुशबू है। लोक कथाओं को कविताओं के माध्यम से बच्चों के बीच लाने का प्रयास बेहद अनूठा है। इनकी बाल कविताएँ बाल मन में उतर कर रची गयी हैं जो कि स्वभाविक रूप से बच्चों के मन तक पहुँचेगी। इनकी कविताओं की लयात्मकता अद्भुत है। इनकी कविताएँ बच्चों का मनोरंजन तो करती ही हैं साथ ही देश, दुनिया, गाँव, समाज, साहित्य, कला आदि से भी जोड़ने का भी काम करती हैं। कविताओं में सहज शब्दों का चयन किया गया है जो कि बाल कविताओं के लिए बेहद जरूरी बात है।
-श्री मनोज
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