गुलदस्ते रे फुल्ल (Guldate Re Phull / Ravindra Kumar Sharma)

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लब्धकीर्ति कवि श्री रवींद्र कुमार शर्मा का पश्चिमी पहाड़ी की कहलूरी बोली में लिखित प्रस्तुत काव्य “गुलदस्ते रे फुल्ल” एक गुलदस्ते की तरह है जिसमें विभिन्न प्रकार के सुगंधित फूल होते हैं। इसमें विभिन्न विषयों पर आधारित कविताएं हैं जिनमें मातृ पितृभक्ति, समस्याएं, आवारा पशु, संस्कारहीनता, दहेज, परम्परागत कृषिप्रणाली का ह्रास, ढीले पड़ते परिवारिक संबंध आदि उल्लेखनीय हैं।

Author

Ravindra Kumar Sharma

Format

Paperback

ISBN

978-81-19231-19-5

Language

Pahadi

Pages

132

Publisher

Shwetwarna Prakashan

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