सम्पादक : उत्कर्ष अग्निहोत्री
111 पृष्ठ की इस पुस्तक में डॉ. शिव ओम अम्बर जी के काव्य लेखन के विविध आयामों को प्रकाशित किया गया है। गीत, ग़ज़ल, घनाक्षरी छन्द, दोहे, त्रिपदिकाएँ एवं मुक्त छन्द की कविताएँ जो इतनी अधिक लोकप्रिय हैं कि अन्य कवि एवं संचालक अपनी प्रस्तुति निखारने के लिए उनका धड़ल्ले से प्रयोग करते हैं वे इस संग्रह की विषय वस्तु हैं।
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