राजेंद्र पुरोहित की लघुकथाओं का सबसे सशक्त पक्ष उनकी संवेदनशीलता, यथार्थवादी दृष्टिकोण, और सटीक कथानक है। उनकी रचनाएँ पाठक के हृदय को छूती हैं, उन्हें विचार करने पर विवश करती हैं, और साहित्यिक दृष्टि से एक समृद्ध अनुभव प्रदान करती हैं। वे न केवल कथाकार हैं, बल्कि समाज और मानवीय अस्तित्त्व के गहरे चिंतक भी हैं। उनकी लघुकथाएँ सीमित शब्दों में असीम प्रभाव छोड़ने की क्षमता रखती हैं। इस लघुकथा संग्रह में ऐसी अनेक रचनाएँ सम्मिलित हैं, जिन पर विस्तृत चर्चा की जा सकती है। प्रत्येक कथा अपने आपमें गहन अर्थ और विषयवस्तु का भंडार है, जो विविध आयामों पर विमर्श की संभावनाएँ प्रस्तुत करती है।
Author | राजेन्द्र पुरोहित |
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Format | Hardcover |
ISBN | 978-93-49136-29-8 |
Language | Hindi |
Pages | 144 |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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