बाल काविता संग्रह ‘सूरज दादा लगे भड़कने’ की कविताओं में शिवकुमार सुमन ने बच्चों की मानसिक और बौद्धिक जरूरतों के अनुसार विभिन्न विषयों का चयन कर उनको कविता की आकृति में परोसने का सुकर्म किया है और हमेशा ध्यान रखा है कि ये बाल कविताएँ सहज, सरल, बोधगम्य, गेय और लयात्मक हों। इस हिसाब से इस संग्रह की कविताएँ काफी प्रेरक और उपदेशात्मक भी हैं।
Author | शिवकुमार सुमन |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-81-981491-6-9 |
Pages | 80 |
Language | Hindi |
Publisher | Shwetwarna Prakashan |
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