वर्तमान दौर में चारों ओर अनगिनत सवालों के जंगल खड़े हुए हैं। सवाल के सामने आते ही उसके अनेक उत्तर सामने आ जाते हैं, इसके बावजूद सवाल जस के तस रह जाते हैं। हर समय सवालों के ‘रेडीमेड’ जवाब, हमारी सवालों को नजरअंदाज करने की मानसिकता की ओर भी इंगित करते हैं। ये सवाल हमारे दैनिक जीवन में इस तरह रचे-बसे हैं, कि इनकी अनदेखी नहीं की जा सकती। जीवन की पहेली को सुलझाने के लिए, इन सवालों के उत्तर तलाशने ही होंगे। ‘सबसे कठिन सवाल’ शीर्षक के इस लघुकथा संग्रह में अपने इर्द-गिर्द मुँह उठाये ऐसे ही सवालों से दो-दो हाथ करते हुए उन्हें एक सौ एक लघुकथाओं के माध्यम से सामने ले आने का प्रयास किया गया है।
Author | डॉ. राम गरीब पाण्डेय ‘विकल’ |
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Format | Paperback |
ISBN | 978-81-971819-8-6 |
Language | Hindi |
Pages | 120 |
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