यह पुस्तक सूरज, चाँद और सितारों की रहस्यमय दुनिया की अनोखी झांकियों के साथ-साथ विज्ञान के विकास के साथ ही ब्रह्माण्ड के रहस्यों की परतों के खुलने की एक रोमांचक दास्ताँ सुनाती है। । यह अंतरिक्ष विज्ञान के विकास का एक रोचक एवं संक्षिप्त दस्तावेज है। यह शुरुआती पृथ्वी केंद्रित ब्रह्माण्ड से लेकर, सूर्य केंद्रित ब्रह्माण्ड से गुजरते हुए आधुनिक खगोलिकी, खगोल भौतिकी और ब्रह्मंडिकी से संबंधित सरल व सरस लेखों का संकलन है।
Yah pustak sooraj, chaand aur sitaaron ki rahasyamay duniya ki anokhi jhaankiyon ke saath-saath vij~naan ke vikaas ke saath hi brahmaaND ke rahasyon ki paraton ke khulane ki ek romaanchak daastaan sunaati hai. Yah antarikS vij~naan ke vikaas ka ek rochak evan sankSipt dastaavej hai. Yah shuruaati pRithvi kendrit brahmaaND se lekar, soory kendrit brahmaaND se gujarate hue aadhunik khagolikee, khagol bhautiki aur brahmanDiki se sanbandhit saral v saras lekhon ka sankalan hai.
Bijesh Chauhan –
प्रयास सराहनीय है।
Rishi Dwivedi –
हर व्यक्ति विज्ञान के विषय में जानना चाहता है और उसमें भी यदि अंतरिक्ष विशेष की बात हो; ब्रह्मांड की उत्पत्ति की चर्चा हो, तारों के प्रकार व विकास की चर्चा हो, मंगल आदि ग्रहों की प्रकृति और उन पर बसने की तैयारी की चर्चा हो, श्याम विवर की चर्चा या युग प्रवर्तक आइंस्टीन और उनके सापेक्षता सिद्धांत की चर्चा हो तो जिज्ञासा और भी प्रबल हो जाती है। ऐसे में हिंदी पाठकों के लिए संसाधन बहुत सीमित हो जाते हैं, जो उपलब्ध भी हैं उनकी जटिलता सामान्य मनुष्य की बौद्धिक क्षमता से परे होती है। ऐसे में हमें जरूरत होती है कि किसी पुस्तक में वे सभी सिद्धांत सरलतम भाषा में हम जैसे जिज्ञासुओं के लिए उपलब्ध हों।
मैं धन्यवाद देता हूं प्रदीप कुमार जी को, उनके लेखन के लिए। उन्होंने अपनी पुस्तक में सभी बिंदुओं को समग्रता के साथ और संभव सरलतम रूप में प्रस्तुत किया है। इस पुस्तक को पढ़ते हुए एक बार भी आपको ऐसा प्रतीत नहीं होता कि आप को विज्ञान विषय की जानकारी नहीं है या आपको इस पुस्तक को पढ़ने के लिए किसी विशिष्ट जानकारी की जरूरत है। यह पुस्तक वैज्ञानिक ज्ञान कि दृष्टि से इतनी समृद्ध है कि इसे हिंदी माध्यम के माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में जोड़ा जाना चाहिए, ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मैं हिंदी माध्यम का विद्यार्थी रहा हूं और मैं जानता हूं कि माध्यमिक स्तर पर ऐसी कोई पुस्तक उपलब्ध नहीं है, जिसमें एक साथ व्यवस्थित रूप से इतना अधिक ज्ञान समाहित हो।
मैं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रदीप कुमार जी से लंबे समय से जुड़ा हुआ हूं और उनके वैज्ञानिक लेखन का बड़ा प्रशंसक हूं। मैं उनसे आशा करता हूं कि वह आगे भी हम जैसे हिंदीभाषी जिज्ञासुओं के लिए विशिष्ट वैज्ञानिक ज्ञान को सरलतम रूप से उपलब्ध करवाते रहेंगे। हिंदी माध्यम के जिज्ञासुओं की वैज्ञानिक चेतना के विकास के लिए प्रदीप कुमार जी के द्वारा किया जा रहा कार्य बेहद सराहनीय व प्रणम्य है।
प्रदीप जी! मैं आपको हिंदी भाषियों की तरफ से अंततः अंतरिक्ष पुस्तक लिखने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करता हूं।
आपको भविष्य के लेखन और पुस्तक प्रकाशन के लिए आकाश-भर शुभकामनाएं और ढेर सारा प्यार ❤️💐
Faizan Ali –
सबसे पहले तो में श्री प्रदीप कुमार के माता पिता को नमन करता हूँ जिनके कारण श्री प्रदीप जैसे ज्ञानी का जन्म हुआ उसके उपरांत श्री प्रदीप को पुस्तक लेखन एवं प्रकाशन पर बधाई देना चाहूंगा और क्षमा चाहूंगा के आपकी पुस्तक मुझे काफी देर से प्राप्त हुई साथ ही उनके इस अनमोल तोहफा के बारे में कुछ शब्द कहना चाहूंगा
श्री प्रदीप कुमार की यह पुस्तक अंततः अंतरिक्ष ब्रह्मांड की वर्तमान वैज्ञानिक समझ को सरल हिन्दी भाषा में प्रस्तुत करने का एक बहुत ज़बरदस्त प्रयास है यह पुस्तक आधुनिक जटिल वैज्ञानिक मान्यतों बड़ी सरल एवं सहजतापूर्ण प्रस्तुत करती है अंततःअंतरिक्ष ब्रह्मांड की उत्पत्ति से लेकर तारों के जीवन मृत्यु और ब्रह्मांड की रहस्यमय अंधेरी गुफा ब्लैक होल और अन्य अनमोल लेखों के माध्यम से ब्रह्मांड कि उज्वल यात्रा है
संक्षेप में कहूँ तो यह पुस्तक इस रहस्यमय ब्रह्मांड के बारे में अधिक से अधिक जानने की जिज्ञासा उत्पन्न करने वाली बड़ी रोचक यात्रा है यह एक ऐसी यात्रा है अगर आप इस यात्रा पर चले गए तो आप अधिक से अधिक ब्रह्मांड गहराइयों में जाना पसंद करेंगे सरल हिन्दी भाषा में खगोलशास्त्र Astronomy एवं ब्रह्मांड विज्ञान Cosmology के जिज्ञासु लोगों के लिए अंततः अंतरिक्ष किसी ब्रह्मास्त्र से कम नहीं में तो इस पुस्तक की तुलना स्वर्गवासी श्री स्टफीन हॉकिंग की क्रांतिकारी पुस्तक The Brief History of Time से करता हूँ The Brief History of Time से अंततःअंतरिक्ष कि तुलना का विशेष कारण है प्रथम स्टफीन हॉकिंग कि पुस्तक ने मुझे ब्रह्मांड का परिचय करवाया फिर भी में ब्रह्मांड को ठीक तरह से नही समझ सका उस दौरान इंटरनेट की दुनिया में मैने श्री प्रदीप के लेखों को पड़ा जिससे मुझे काफी सहायता मिली साथ ही ब्रह्मांड के दो मूलभूत सिद्धन्त सापेक्षता का सिद्धन्त और क्वांटम भौतिकी के सिद्धन्त इन दोनों सिद्धान्तों को समझने में श्री प्रदीप के लेख बहुत लाभदायक सिद्ध हुए आशा करता हूँ यह पुस्तक पाठकों को बहुत लाभ देगीं प्रदीप जैसे अन्य विज्ञान छात्रों को (मुझ सहित) विज्ञान लेखन के लिए प्रोत्साहित करेगी साथ आशा करता हूँ श्री प्रदीप कुमार ऐसे ही मेहनत से विज्ञान लेखन का कार्य आगे भी करतें हुए अपनी बहुमूल्य ज्ञान प्रकाश कि ज्योति से लाभवन्तित करते रहेंगे
AZIZ RAI –
ज्ञानवर्धक किताब
किताब के लिए शुभकामनाएँ